मन जीते जग जीता; कितनी सटीक बात कही गई है।
सब जानते हैं पर मन को जीतना अत्यंत मुश्किल कार्य बन गया है क्योंकि जिस प्रकार बंदर एक डाल से उस डाल, एक पेड़ से उस पेड़ दौड़ता ही रहता है इसी प्रकार मन भी भागता रहता है और इसीलिए इसे Monkey 🐒 Mind 🤔 भी कहते हैं।
लेकिन वही बंदर जब एक मदारी द्वारा प्रशिक्षित कर दिया जाता है तो वह उस के इशारों पर नाचता है। इसी प्रकार का प्रशिक्षण मन को साधने के लिए भी चाहिए।
यह संभव है योग, प्राणायाम एवं ध्यान से। अपनी सांसों पर जब इंसान टिक जाता है तो मन भी वहीं स्थिर हो जाता है। ऐसा नहीं है कि विचार खत्म हो जाते हैं परंतु इन विचारों को साक्षी भाव से देखना आ जाता है और यहीं से मन के ऊपर जीत शुरू हो जाती है। मनोयोग का मतलब है मन, शरीर और आत्मा का सामंजस्य स्थापित करना।

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