हर इंसान के मन में प्रतिदिन लगभग 60000 विचार आते हैं जिसमे से ज्यादातर नकारात्मक होते हैं और इंसान को ऊर्जाहीन करते हैं।
मोबाइल फोन नामक निर्जीव प्राणी जिसके माध्यम से आप यह संदेश पढ़ रहें हैं,का इसमें बहुत बड़ा योगदान है।
क्योंकि चाहे अनचाहे बहुत से संदेश हम हर रोज सोशल मीडिया पर प्राप्त करते हैं जिनसे कुछ भी प्राप्त नहीं होता है।
हम में से हर इंसान का जीवन में कोई न कोई लक्ष्य जरूर होता है चाहे आप नौजवान है, प्रौढ़ या वृद्ध। लक्ष्य अच्छी डिग्री का या अच्छी नौकरी का, अच्छे व्यापार का, जीवन में सुख सुविधाओं का,सुखी और शांत जीवन का हो सकता है। आपका लक्ष्य एक या ज्यादा भी हो सकते हैं। जो भी आप प्राप्त करना चाहते हो बस उस को लिख लीजिए और ऐसी जगह चिपका दें जहां आप उसे बार-बार देख सकें। ऐसा करने से वह बात आपके मन मस्तिष्क में पूर्ण रूप से दर्ज हो जाती है और ब्रह्मांड की सारी शक्तियां आपको उस लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करती हैं। सिर्फ अपने लक्ष्य का ही विचार करते हुए आप उन निरर्थक हजारों विचारों से भी मुक्त हो जाते हैं जो आप को उदास करते हैं।
अगर मोबाइल फोन से आपकी पढ़ाई,नौकरी और व्यापार व घर का काम नहीं चल रहा है तो अपना जीवन संवारने के लिए आप और मैं सुबह 10 बजे से 6 बजे तक रोजाना अपना फोन बिना इंटरनेट के प्रयोग करने का प्रयास करें। कुछ पेशे अपवाद हो सकते हैं जिनका कार्य व्यवहार ही इससे चलता है तो कोई हर्ज़ नही है।
मोबाइल फोन के अतिशय प्रयोग का उदाहरण है सुबह 4 बजे उठते ही गुड मॉर्निंग के संदेश भेजना, स्टेटस लगाकर फिर सारा दिन देखना की किस किस ने देख लिया ,
और सबसे ज्यादा मेरे एक मरीज ने बताया जब मैने पूछा कि रात कितने बजे तक चलाते हो,
“सर जब नींद आ जाती तब फोन अपने आप हाथ से गिर जाता है”