कंप्यूटर या मोबाइल फोन तारों के एक नेटवर्क के द्वारा आपस में जुड़े रहते हैं जिससे सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान हो जाता है क्योंकि यह एक सेंट्रल सर्वर की वजह से संभव हो पाता है जिसे हम सुपर कंप्यूटर भी कहते हैं।
ऐसे ही सब इंसान भी अपने अर्धजाग्रत मन के द्वारा बिना तार के ही आपस में जुड़े हुए हैं और इसी वजह से टेलीपैथी से हम कई बार मनचाहे व्यक्ति से मिलते हैं या फोन पर संपर्क हो जाता है।
परमात्मा हमारे सेंट्रल सर्वर का काम करते हैं यानि के सुपर कंप्यूटर। इस सुपर कंप्यूटर में एक पॉवरफुल हार्ड डिस्क होती है जिसे हम चित्रगुप्त की बही भी कह सकते हैं।
हम कभी कुछ भूल भी जाएं पर सेंट्रल सर्वर पर जो भी एक बार दर्ज़ हो गया वह कभी भी साफ नही होता है और देर सवेर उसका परिणाम मिलता ही है।
जीवन स्वर्ग है यदि हम स्वस्थ हैं और प्रसन्न हैं,
और नर्क है यदि हम अस्वस्थ और नाखुश हैं।
ऊपर इस नाम के कोई हॉल या कमरे नही है, ध्यान रखिएगा कहीं कोई बुकिंग करवाने के चक्कर में न पड़ जाएं।